कल दोपहर समय 12 बजे कोटा जय स्तंभ नाका चौक में उनके स्वागत में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओ के द्वारा स्वागत होगा।
12:30 बजे गोबरीपाठ के कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वागत होगा।
1:30 लोरमी मुख्य चौक में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वागत होगा।
2:30 से 3:00 के बीच मे गौरकापा के श्री श्री 1008
महंत श्री विवेक गिरी महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त कर शनि देव महाराज जयंती मनाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लाक में पंडरिया- लोरमी के सीमा पर कापादह -चिल्फी चौकी से पांच किलोमीटर उत्तर दिशा में ग्राम गौरकापा की पावन धरा में सूर्यपुत्र भगवान शनिदेव का मंदिर है।
इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां शनि देव के साथ-साथ अन्य नवग्रह भी हैं। यहां दूर-दूर से शनि भक्त तथा शनि प्रकोप से प्रभावित लोग दर्शन करने आते हैं।
यह एक ऐसा मंदिर है जहां शनि देव का आकर्षक श्रृंगार किया जाता है। इस मंदिर में शनि देव बहुत ही सुंदर रूप में नजर आते हैं।
भगवान शनिदेव को ग्रहों में सबसे प्रभावशाली माना गया है और वह मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. यही एक वजह हैं कि लोग उनकी पूजा में बहुत सावधानी बरतते हैं और उनकी प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन उनकी पूजा करते हैं।
वर्तमान में यहां संचालन व्यवस्था अखाड़े के थानापति महंत श्री विष्णु गिरि विवेक गिरि जी महाराज के सानिध्य में हो रही है जो कि शंकराचार्य गुरु शिष्य परंपरा के अनुसार अखाड़े की मंदिर व चल अचल संपत्ति के सर्वाराकार हैं।
वर्षो से महादेव व शनिदेव,व मां भगवती, के सेवा में लीन गौरकापा मठ के मठाधीश श्री महंत विवेक गिरी जी महाराज जब से सन्यास लिए तब से ही निरंतर प्रभु सेवा में लीन रहे हैं व भक्तों की संख्या पहले कम थी,श्री शनिदेव की स्थापना के बाद माह माह में कुछ भक्तों का आना जाना था और आज लाखों की संख्या में आते हैं तो लोगो का मानना है कि श्री शनिदेव की कृपा बरस रही है इसलिए हजारो की संख्या में लोग अपने मनोकामना लेकर दरबार में आते हैं,और छत्तीसगढ़ में लोगों की आस्था के प्रति यह विश्वास ही है जो सनातन परंपरा को और मजबूत करती है, हर वर्ष यहां श्री शनि जन्मोत्सव पर पंचदिवसीय मेला महोत्सव का आयोजन होता है जिसमें प्रति दिन हजारों की संख्या तथा
श्री शनिदेव महाराज जी की जन्मोत्सव दिवस पर लाखों की संख्या में भक्तों का आना ही श्री शनिदेव जी की कृपा का प्रमाण है