बिलासपुर,3 फरवरी 2024/ उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने आज नेहरू चौक स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित जनदर्शन में बड़ी संख्या में पहुचे लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने एक-एक कर लगभग दो सौ लोगों से व्यक्तिगत एवं प्रतिनिधि मण्डल के रूप में मिलकर विभिन्न मांगों एवं समस्याओं से संबंधित ज्ञापन लिए। सभी आवेदनों पर समुचित समाधान एवं निराकरण का भरोसा दिलाया। प्रभारी मंत्री की जवाबदारी मिलने के बाद उनका बिलासपुर में पहला जनदर्शन कार्यक्रम था।
जनदर्शन में विधि प्रकोष्ठ के सह संयोजक श्री संजीव पाण्डेय ने ज्ञापन सौंपकर बिलासपुर में केन्द्रीय औद्योगिक श्रम न्यायालय, केन्द्रीय ऋण वसूली प्राधिकरण, केन्द्रीय प्रशासनिक अभिकरण एवं रेल दावा अभिकरण जल्द स्थापित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के अलग राज्य बनने के इतने लम्बे समय बाद भी उक्त न्यायालयों में मामला दाखिल करने के लिए मप्र पर निर्भर होना पड़ता है। जो कि आर्थिक, मानसिक सहित सभी दृष्टिकोण से अव्यावहारिक एवं श्रमसाध्य है। उप मुख्यमंत्री ने उनकी मांग पर सहमति व्यक्त करते हुए गंभीरता से कार्यवाही का आश्वासन दिया। सरगांव की मावली माता महिला समिति के प्रतिनिधि मण्डल ने मुलाकात कर उप मुख्यमंत्री को 10 फरवरी से 18 फरवरी तक आयोजित देवी भागवत महापुराण में शामिल होने का आमंत्रण दिया। श्री साव ने निमंत्रण के लिए धन्यवाद देते हुए आयोजन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।
उप मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विकसित भारत प्रचार वाहन को हरी झण्डी दिखाई। जनदर्शन में जिला पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिह ने भी हिस्सा लेकर उप मुख्यमंत्री को नशा के खिलाफ बिलासपुर पुलिस द्वारा संचालित निजात अभियान के सुखद परिणाम की जानकारी दी। श्री अरूण साव ने निजात अभियान का समर्थन करते हुए सभी लोगों को इस अभियान से जुड़कर नशे के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने का आह्वान किया। उन्हांेने अभियान के प्रचार के लिए सेल्फी भी खिंचाई। जनदर्शन में लोग निजी और सामूहिक किस्म की समस्याओं को लेकर पहुंचे। बिलासपुर के साथ-साथ आस-पास के जिलों से भी विभिन्न समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया। प्रभारी मंत्री के रूप में बिलासपुर जिले का प्रभार मिलने पर जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने उप मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। उप मुख्यमंत्री ने अपनी समस्या को लेकर पहुंची अमेरी अकबरी गांव की दिव्यांग महिला के समीप पहंुचकर उनकी दुख दर्द सुनी और निराकरण का आश्वासन दिया।